“Known for his idiosyncrasies- Raj Kumar”

By Jagmohan Singh Barhok आखिरी पल है, आखिरीआहें तुझे ढूँढ रही हैंडूबती सांसें, बुझती निगाहेंतुझे ढूँढ रही हैंसामने आजा एक बार आजा मैं तो मिटा हूँ तेरी चाह मेंतुझको पुकारे…

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“The Debonaire Who Played A Labour Was Born On Labour Day, Too”

By Jagmohan Singh Barhok घायल मन का पागल पंछीउड़ने को बेक़रारपंख हैं कोमल आँख हैं धुँधलीजाना है सागर पारजाना है सागर पारअब तू ही इसे समझाराह भूले थे कहाँ से…

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