“Remembering Dilip Kumar On His Death Anniversary”
By Jagmohan Singh Barhok दिल से तुझको बेदिली है, मुझको है दिल का ग़ुरूरतू ये माने कि न माने, लोग मानेंग़े ज़रूर ये मेरा दीवानापन है, या मोहब्बत का सुरूरतू…
By Jagmohan Singh Barhok दिल से तुझको बेदिली है, मुझको है दिल का ग़ुरूरतू ये माने कि न माने, लोग मानेंग़े ज़रूर ये मेरा दीवानापन है, या मोहब्बत का सुरूरतू…