“In the Everlasting Memory of Chetan Anand”
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary सुना गम जुदाई का, उठाते हैं लोगजाने ज़िंदगी कैसे, बिताते हैं लोगदिन भी यहाँ तो लगे, बरस के समानहमें इंतज़ार कितना, ये…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary सुना गम जुदाई का, उठाते हैं लोगजाने ज़िंदगी कैसे, बिताते हैं लोगदिन भी यहाँ तो लगे, बरस के समानहमें इंतज़ार कितना, ये…
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से पुण्य तिथि के अवसर पर 'ओ ओ मेरे राजा, खफ़ा न होनादेर से आई, दूर से आईमजबूरी थी फिर भी मैनेवादा तो निभाया, वादा…
By Jagmohan Singh Barhok धड़कनों ने सुनी, एक सदा पाँव कीऔर दिल पे लहराई, आँचल की छाँव सीख़्वाब हो तुम या कोई हक़ीक़त कौन हो तुम बतलाओओ.. देर से कितनी…