“Gifted With A Mellifluous Voice-Suman Kalyanpur”
By Jagmohan Singh Barhok On Her #Birth Anniversary घबरा रही है खुद भी बेचैन हो रही है अपने ही खून-ए-दिल में दामन डुबो रही है बेजान रेह गए हम बेजान…
By Jagmohan Singh Barhok On Her #Birth Anniversary घबरा रही है खुद भी बेचैन हो रही है अपने ही खून-ए-दिल में दामन डुबो रही है बेजान रेह गए हम बेजान…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary ये है रेशमी, ज़ुल्फ़ों का अन्धेरा ना घबराइये जहाँ तक महक है मेरे गेसुओं की, चले आइये O. P. Nayyar, one of…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary आइये मेहरबाँ, बैठिये जाने-जाँ शौक़ से लीजिये जी, इश्क की इम्तहाँ कैसे हो तुम नौजवाँ, इतने हसीं महमाँ कैसे करूँ मैं बयाँ,…