“A Multifaceted Cinematic Personality- Gulzar”

By Jagmohan Singh Barhok तुम आ गए हो नूर आ गया हैनहीं तो चराग़ों से लौ जा रही थीजीने कि तुमसे वजह मिल गई हैबड़ी बेवजह ज़िंदगी जा रही थी…

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“दिवाली – हर्षोउल्लास – मिष्ठान – रौशनी और पटाखों का त्योहार”

-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से दिवाली हालाँकि पूरे भारत में मनाई जाती है, लेकिन इसे उत्तरी भारत में अधिक उत्साह, उमंग और उल्लास के साथ मनाया जाता है। हिंदू…

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