“Romanticism & Social-Consciousness were Hallmark of His Films”
By Jagmohan Singh Barhok भूल सकती नहीं आँखे वो सुहाना मंज़रजब तेरा हुस्न मेरे इश्क़ से टकराया थाऔर फिर राह में बिखरे थे हज़ारो नग्मेमै वो नगमे तेरी आवाज़ को…
By Jagmohan Singh Barhok भूल सकती नहीं आँखे वो सुहाना मंज़रजब तेरा हुस्न मेरे इश्क़ से टकराया थाऔर फिर राह में बिखरे थे हज़ारो नग्मेमै वो नगमे तेरी आवाज़ को…
By Jagmohan Singh Barhok दूर कहीं दूर हमें ले चलो सनमजहां न हो कोईहम दोनों के सिवाजहां न हो कोईहम दोनों के सिवादूर कहीं दूर हमें ले चलो सनमदूर कहीं…
Jagmohan Singh Barhok Death Anniversary of H.S.Rawail Born at Lyallpur on 21 August 1921, ( now in Pakistan) Harnam Singh Rawail began his film career in 1940s. His initial notable…