“The Tragedy King-Dilip Kumar”
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary मिलती नहीं है मंज़िलराही जो हो अकेलादो हों तो फिर जहां भीचाहे लगा लो मेलादिल मिल गए तो फिर क्याजंगल भी एक…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary मिलती नहीं है मंज़िलराही जो हो अकेलादो हों तो फिर जहां भीचाहे लगा लो मेलादिल मिल गए तो फिर क्याजंगल भी एक…
By Jagmohan Singh Barhok On His Death Anniversary होगा मसीहा सामने तेरेफिर भी न तू बच पायेगातेरा अपना…तेरा अपना खून ही आखिर तुझको आग लगाएगाआसमान में …आसमान में उड़ने वाले…
By Jagmohan Singh Barhok तू धार है नदिया कीमैं तेरा किनारा हूँतू मेरा सहारा हैमैं तेरा सहारा हूँआँखों में समंदर हैआशाओं का पानी हैज़िंदगी और कुछ भी नहींतेरी मेरी कहानी…