“Dashing & flamboyant – Feroz Khan”
By Jagmohan Singh Barhok तेरी हीरे जैसी ऑखेंआखें में लाखें बातेंबातें में रस की बरसातेंमुझमें प्यार की प्यास जगाएचल पड़ते हैं तेरे साथ कदममैं रोक नहीं पाता हूँतेरे चहरे में…
By Jagmohan Singh Barhok तेरी हीरे जैसी ऑखेंआखें में लाखें बातेंबातें में रस की बरसातेंमुझमें प्यार की प्यास जगाएचल पड़ते हैं तेरे साथ कदममैं रोक नहीं पाता हूँतेरे चहरे में…
Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary Vinod Khanna who started his career with "Man Ka Meet"(1968), "Sachaa Jhutha" (1970) & "Aan Milo Sajna" made his presence felt in Gulzar's…
Jagmohan Singh Barhok. On The Death Anniversary of Kalyanji Virji Shah Kalyanji Virji Shah debuted with "Samrat Chandragupta" (1959) featuring Bharat Bhushan & Nirupa Roy. One of the film's songs…