“Won Adulation & Recognition -Waheeda Rehman”
By Jagmohan Singh Barhok काँटों से खींच के ये आँचलतोड़ के बंधन बांधे पायलकोई न रोको दिल की उड़ान कोदिल वो चला..आज फिर जीने की तमन्ना हैआज फिर मरने का…
By Jagmohan Singh Barhok काँटों से खींच के ये आँचलतोड़ के बंधन बांधे पायलकोई न रोको दिल की उड़ान कोदिल वो चला..आज फिर जीने की तमन्ना हैआज फिर मरने का…
By Jagmohan Singh Barhok On Her Birth Anniversaryहम आपके कदमों परगिर जायेंगे गश खा करइस पर भी न हम अपनेआँचल की हवा दें तोहम आप की आँखों मेंइस दिल को…
By Jagmohan Singh Barhok On Her 87th Birth Anniversary सुन के जिसे दिल मेरा धड़कालाज के सर से आँचल सरकारात ने ऐसा जादू फेराऔर ही निकला रंग सहर का कहे…