“प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक पंकज उधास को श्रद्धांजलि “
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 'ना कजरे की धारन कोई किया सिंगारफिर भी कितनी सुन्दर होतुम कितनी सुन्दर हो'फिल्म: मोहरा-1994 प्रसिद्ध ग़ज़ल और पार्श्व गायक पंकज उधास किसी परिचय…
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 'ना कजरे की धारन कोई किया सिंगारफिर भी कितनी सुन्दर होतुम कितनी सुन्दर हो'फिल्म: मोहरा-1994 प्रसिद्ध ग़ज़ल और पार्श्व गायक पंकज उधास किसी परिचय…
By Jagmohan Singh Barhok कुछ मुझपे नया जोबन भी थाकुछ प्यार का पागलपन भी थाएक पलक मेरी तीर बनीएक जुल्फ मेरी ज़ंजीर बनीलिया दिल साजन का जीतवो छेड़े पायलिया ने…
By Jagmohan Singh Barhok तू चीज़ बड़ी है मस्त मस्त तू चीज़ बड़ी है मस्तनहीं तुझको कोई होश होश ,उसपर जोबन का जोश जोशनहीं तेरा नहीं तेरा कोइ दोष दोषमदहोश…