“Mohammed Rafi Had Uncanny Variety in his Singing”
By Jagmohan Singh Barhok " तुम ने किसी की जान को जाते हुए देखा है वो देखो मुझसे रूठकर, मेरी जान जा रही है क्या जाने किस क़ुसूर की, दी…
By Jagmohan Singh Barhok " तुम ने किसी की जान को जाते हुए देखा है वो देखो मुझसे रूठकर, मेरी जान जा रही है क्या जाने किस क़ुसूर की, दी…
By Jagmohan Singh Barhok आखिरी पल है, आखिरीआहें तुझे ढूँढ रही हैंडूबती सांसें, बुझती निगाहेंतुझे ढूँढ रही हैंसामने आजा एक बार आजा मैं तो मिटा हूँ तेरी चाह मेंतुझको पुकारे…
By Jagmohan Singh Barhok हुस्न खड़ा है तेरी राहों में डाल दे बाहें ज़रा बाहों में रात सुहानी है, बहकी जवानी पी ले निगाहों ही निगाहों में शीशे से पी,…