“Mellifluous & Scintillating Music Composer-O. P. Nayyar”
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary यहीं पर वफ़ा का, नया रंग भर के बनाई थी चाहत की, तसवीर तुमने यहीं की बहारों से, फूलों को चुन कर…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary यहीं पर वफ़ा का, नया रंग भर के बनाई थी चाहत की, तसवीर तुमने यहीं की बहारों से, फूलों को चुन कर…
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 57वीं जयंती के अवसर पर जय हो.. जय हो.. जय हो..आजा आजा जिंद शामियाने के तलेआजा ज़री वाले नीले आसमान के तलेजय हो.. जय…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary रिवाज़ों की परवाह ना रस्मों का डर हैतेरी आँख के फ़ैसले पे नज़र हैबला से अगर रास्ता पुर्खतर हैमैं इस हाथ को…