“Romanticism & Social Sentience were Hallmark of His Films”
By Jagmohan Singh Barhok सारी दुनियां तुझपे दीवानीमैं भी तो देखूँ तेरी जवानीज़रा मुखड़े सेघुंघटा हटा देतो फिर मेरी चाल देख ले Born at Lyallpur on 21 August 1921, (…
By Jagmohan Singh Barhok सारी दुनियां तुझपे दीवानीमैं भी तो देखूँ तेरी जवानीज़रा मुखड़े सेघुंघटा हटा देतो फिर मेरी चाल देख ले Born at Lyallpur on 21 August 1921, (…
Remembered on His Death Anniversary दिल में तेरे उल्फत केबंधने लगे धागेअल्लाह जाने क्या होगा आगेओ मौला जाने क्या होगा आगेइब्तेदाये इश्क़ में हम Lyric, is a verse or poem…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary आइये मेहरबाँ, बैठिये जाने-जाँ शौक़ से लीजिये जी, इश्क की इम्तहाँ कैसे हो तुम नौजवाँ, इतने हसीं महमाँ कैसे करूँ मैं बयाँ,…