“Master of Suspense Oriented Social Films -B. R. Chopra”

By Jagmohan Singh Barhok तार्रुफ़ रोग हो जाये तो उसको भूलना बेहतर ताल्लुक बोझ बन जाये तो उसको तोड़ना अच्छा वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना ना हो मुमकिन उसे…

Continue Reading“Master of Suspense Oriented Social Films -B. R. Chopra”

“The First Superstar of Hindi Cinema”

By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary आइये मेहरबाँ, बैठिये जाने-जाँ शौक़ से लीजिये जी, इश्क की इम्तहाँ कैसे हो तुम नौजवाँ, इतने हसीं महमाँ कैसे करूँ मैं बयाँ,…

Continue Reading“The First Superstar of Hindi Cinema”