“O. P. Nayyar Created Mellifluously Rhythmic Melodies”
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary ये है रेशमी, ज़ुल्फ़ों का अन्धेरा ना घबराइये जहाँ तक महक है मेरे गेसुओं की, चले आइये O. P. Nayyar, one of…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary ये है रेशमी, ज़ुल्फ़ों का अन्धेरा ना घबराइये जहाँ तक महक है मेरे गेसुओं की, चले आइये O. P. Nayyar, one of…
By Jagmohan Singh Barhok रूप तेरा मस्ताना प्यार मेरा दीवाना रूप तेरा मस्ताना प्यार मेरा दीवाना भूल कोई हमसे न हो जाये On His Birth Anniversary Shakti Samanta is a…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary आइये मेहरबाँ, बैठिये जाने-जाँ शौक़ से लीजिये जी, इश्क की इम्तहाँ कैसे हो तुम नौजवाँ, इतने हसीं महमाँ कैसे करूँ मैं बयाँ,…