“Romance thriller “Teesri Manzil” Completes 58 Years”
By Jagmohan Singh Barhok गर्म है, तेज़ है, ये निगाहें मेरीकाम आ, जाएँगी सर्द, आहें मेरीतुम किसी, राह में, तो मिलोगे कहींअरे इश्क़ हूँ, मैं कहीं ठहरता ही नहींमैं भी…
By Jagmohan Singh Barhok गर्म है, तेज़ है, ये निगाहें मेरीकाम आ, जाएँगी सर्द, आहें मेरीतुम किसी, राह में, तो मिलोगे कहींअरे इश्क़ हूँ, मैं कहीं ठहरता ही नहींमैं भी…
By Jagmohan Singh Barhok On His Death Anniversary बोल मेरी तकदीर में क्या है, मेरे हमसफ़र अब तो बताजीवन के दो पहलू हैं, हरियाली और रास्ताकहाँ है मेरे प्यार की…
By Jagmohan Singh Barhok On His Death Anniversary फूल खिलते हैं लोग मिलते हैंपतझड़ में जो फूल मुरझा जाते हैंवो बहारों के आने से खिलते नहींकुछ लोग एक रोज़ जो…