“The Graceful Vyjayanthimala”
By Jagmohan Singh Barhok On Her Birth Anniversary तुम संग जनम जनम के फेरेभूल गये क्यूँ साजन मेरेतड़पत हूँ मैं सांझ सवेरे, ओआ जा रे परदेसीमैं तो कब से खड़ी…
By Jagmohan Singh Barhok On Her Birth Anniversary तुम संग जनम जनम के फेरेभूल गये क्यूँ साजन मेरेतड़पत हूँ मैं सांझ सवेरे, ओआ जा रे परदेसीमैं तो कब से खड़ी…
By Jagmohan Singh Barhok On Her 90th Birth Anniversary दूर हुआ गम का नशामुझको ख़ुशी मिल गयीझूम उठी दुनियां मेरीदिल की कली खिल गयीदिल मेरा लेने लगा अंगड़ाइयाँ आ गए…