“Remembering Hasrat Jaipuri on His Death Anniversary”
By Jagmohan Singh Barhok 'आओ बैठो हमारे पहलू में पनाह ले लोमेरी जलती हुई आँखों पे ये आँखे रख दोऐ मेरे प्यार के ख्वाबो की हसी शहज़ादीहोठ क्यों काँप रहे…
By Jagmohan Singh Barhok 'आओ बैठो हमारे पहलू में पनाह ले लोमेरी जलती हुई आँखों पे ये आँखे रख दोऐ मेरे प्यार के ख्वाबो की हसी शहज़ादीहोठ क्यों काँप रहे…