“A Pearl Among Songwriters-Shakeel Badayuni”
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…
By Jagmohan Singh Barhok On His 94th Birthday खुदा भी आसमाँ से जब ज़मीं पर देखता होगामेरे महबूब को किसने बनाया सोचता होगाखुदा भी आसमाँ से Born Rajendra Kumar Tuli…
By Jagmohan Singh Barhok छुप ना सकेगा इश्क हमारा चारों तरफ़ हैं उनका नज़ारा परदा नहीं जब कोई खुदा से परदा नहीं जब कोई खुदा से बन्दों से परदा करना…