“Mohammed Rafi Had Uncanny Variety in his Singing”
By Jagmohan Singh Barhok " तुम ने किसी की जान को जाते हुए देखा है वो देखो मुझसे रूठकर, मेरी जान जा रही है क्या जाने किस क़ुसूर की, दी…
By Jagmohan Singh Barhok " तुम ने किसी की जान को जाते हुए देखा है वो देखो मुझसे रूठकर, मेरी जान जा रही है क्या जाने किस क़ुसूर की, दी…
By Jagmohan Singh Barhok तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत हम जहाँ में तेरी तस्वीर लिए फिरते हैं Son of…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary ये है रेशमी, ज़ुल्फ़ों का अन्धेरा ना घबराइये जहाँ तक महक है मेरे गेसुओं की, चले आइये O. P. Nayyar, one of…