“गीता बाली – मनमोहक एवं विलक्षण प्रतिभा सम्पन्न कलानेत्री”
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 'शोला जो भड़के दिल मेरा धड़केदर्द जवानी का सताए बढ़-बढ़ के' बम्बई विजिट के दौरान जहाज़ में एक व्यक्ति ने मेरे से पूछा था…
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 'शोला जो भड़के दिल मेरा धड़केदर्द जवानी का सताए बढ़-बढ़ के' बम्बई विजिट के दौरान जहाज़ में एक व्यक्ति ने मेरे से पूछा था…
By Jagmohan Singh Barhok छुप ना सकेगा इश्क हमारा चारों तरफ़ हैं उनका नज़ारा परदा नहीं जब कोई खुदा से परदा नहीं जब कोई खुदा से बन्दों से परदा करना…