“Gifted With A Mellifluous Voice-Suman Kalyanpur”
By Jagmohan Singh Barhok On Her #Birth Anniversary घबरा रही है खुद भी बेचैन हो रही है अपने ही खून-ए-दिल में दामन डुबो रही है बेजान रेह गए हम बेजान…
By Jagmohan Singh Barhok On Her #Birth Anniversary घबरा रही है खुद भी बेचैन हो रही है अपने ही खून-ए-दिल में दामन डुबो रही है बेजान रेह गए हम बेजान…
By Jagmohan Singh Barhok घटा भी कभी चूम लेती है चेहरासमझ सोच कर रुख़ से ज़ुल्फ़ें हटानाघटा मेरे नज़दीक आकर तो देखेइन आँखों ने सीखा है बिजली गिरानामैं जाऊँगी तुम…