“A Villain Par Excellence- Pran Sikand”
By Jagmohan Singh Barhok On His Death Anniversary होगा मसीहा सामने तेरेफिर भी न तू बच पायेगातेरा अपना…तेरा अपना खून ही आखिर तुझको आग लगाएगाआसमान में …आसमान में उड़ने वाले…
By Jagmohan Singh Barhok On His Death Anniversary होगा मसीहा सामने तेरेफिर भी न तू बच पायेगातेरा अपना…तेरा अपना खून ही आखिर तुझको आग लगाएगाआसमान में …आसमान में उड़ने वाले…
By Jagmohan Singh Barhok आप हमारे दिल को चुरा के आँख चुराये जाते हैं ये इक तरफ़ा रसम-ए-वफ़ा हम फिर भी निभाये जाते हैं चाहत का दस्तूर है लेकिन आपको…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary आइये मेहरबाँ, बैठिये जाने-जाँ शौक़ से लीजिये जी, इश्क की इम्तहाँ कैसे हो तुम नौजवाँ, इतने हसीं महमाँ कैसे करूँ मैं बयाँ,…