“Shakeel Created Poetic Gems as a Lyricist”
By Jagmohan Singh Barhok छुप ना सकेगा इश्क हमारा चारों तरफ़ हैं उनका नज़ारा परदा नहीं जब कोई खुदा से परदा नहीं जब कोई खुदा से बन्दों से परदा करना…
By Jagmohan Singh Barhok छुप ना सकेगा इश्क हमारा चारों तरफ़ हैं उनका नज़ारा परदा नहीं जब कोई खुदा से परदा नहीं जब कोई खुदा से बन्दों से परदा करना…
By Jagmohan Singh Barhok On His 106th Birth Anniversary आज की रात मेरे, दिल की सलामी ले लेदिल की सलामी ले लेकल तेरी बज़्म से दीवाना चला जाएगाशम्मा रह जाएगी…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary 'जुल्फ़ें हैं जैसे कांधों पे बादल झुके हुएजुल्फ़ें हैं जैसे कांधों पे बादल झुके हुएआँखें हैं जैसे मय के प्याले भरे हुएमस्ती…