” Won Both Appreciation & Adulation -Waheeda Rehman”
By Jagmohan Singh Barhok काँटों से खींच के ये आँचल तोड़ के बंधन बांधे पायल कोई न रोको दिल की उड़ान को दिल वो चला.. आज फिर जीने की तमन्ना…
By Jagmohan Singh Barhok काँटों से खींच के ये आँचल तोड़ के बंधन बांधे पायल कोई न रोको दिल की उड़ान को दिल वो चला.. आज फिर जीने की तमन्ना…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary ये है रेशमी, ज़ुल्फ़ों का अन्धेरा ना घबराइये जहाँ तक महक है मेरे गेसुओं की, चले आइये O. P. Nayyar, one of…
By Jagmohan Singh Barhok On Her Birth Anniversary बाबूजी धीरे चलना प्यार में ज़रा सम्भालना हाँ बड़े धोखे है बड़े धोखे हैं इस राह में बाबूजी धीरे चलना Shakila, born…