” गुदगुदाने वाले दिलफ़रेब गीतों के संगीतकार ओ.पी.नैय्यर “
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 99वीं पुण्य तिथि पर 'न मैं हूँ नाज़नींन मैं हूँ महजबींआप ही की नज़र है दीवानीमैं प्यार का राही हूँ' ओंकार प्रसाद नैय्यर, हिंदी…
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 99वीं पुण्य तिथि पर 'न मैं हूँ नाज़नींन मैं हूँ महजबींआप ही की नज़र है दीवानीमैं प्यार का राही हूँ' ओंकार प्रसाद नैय्यर, हिंदी…
By Jagmohan Singh Barhok 'दिल की हर बात अधूरीहै अधूरी है अभीअपनी एक और मुलाक़ातज़रूरी है अभीचंद लम्हों के लिएसाथ का वादा कर लोफिर मिलोगे कभी इसबात का वादा कर…
By Jagmohan Singh Barhok On His Death Anniversary यहाँ इक खिलौना है इन्सां की हस्तीये बस्ती है मुर्दा-परस्तों की बस्तीयहाँ पर तो जीवन से है मौत सस्तीये दुनियां अगर मिल…