“Lived A Life Full of Respect & Popularity-Pran Sikand”
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary आँख हमारी मंजिल पर हैदिल में ख़ुशी की मस्त लहर हैलाख लुभाये महल परायेअपना घर फिर अपना घर हैआ अब लौट चलें…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary आँख हमारी मंजिल पर हैदिल में ख़ुशी की मस्त लहर हैलाख लुभाये महल परायेअपना घर फिर अपना घर हैआ अब लौट चलें…
By Jagmohan Singh Barhok तू धार है नदिया कीमैं तेरा किनारा हूँतू मेरा सहारा हैमैं तेरा सहारा हूँआँखों में समंदर हैआशाओं का पानी हैज़िंदगी और कुछ भी नहींतेरी मेरी कहानी…