“A Pearl Among Songwriters-Shakeel Badayuni”
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…
By Jamohan Singh Barhok On Her Death Anniversary मैं हर रात जागी कि इस बार शायदमोहब्बत तुम्हें इस तरफ खींच लायेतुम्हारी कसम तुम बहुत याद आयेन पूछो ये दिन हमने…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary सर पे टोपी लालहाथ में रेशम का रूमालहो तेरा क्या कहना गोरे गोरे गालगाल पे उलझे उलझे बालहो तेरा क्या कहनाTumsa Nahin…