“A Pearl Among Songwriters-Shakeel Badayuni”
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…