“Raj Khosla Catered To The Taste Of The Audience”
By Jagmohan Singh Barhok 'हम को मिली हैं आजये घड़ियाँ नसीब सेजी भर के देख लीजियेहम को करीब सेफिर आप के नसीब मेंये बात हो न होशायद फिर इस जनममें…
By Jagmohan Singh Barhok 'हम को मिली हैं आजये घड़ियाँ नसीब सेजी भर के देख लीजियेहम को करीब सेफिर आप के नसीब मेंये बात हो न होशायद फिर इस जनममें…
Jagmohan Singh Barhok ओ हसीना ज़ुल्फ़ों वाली जान-ए-जहांढूँढती हैं काफ़िर आँखें किसका निशांमहफ़िल महफ़िल ऐ शमा फिरती हो कहाँवो अन्जाना ढूँढती हूँवो दीवाना ढूँढती हूँजलाकर जो छिप गया हैवो परवाना…
Jagmohan Singh Barhok "Zindagi ki daastaa chaahe kitani ho hasibin tumhaare kuchh nahi bin tumhaare kuchh nahikya maza aata sanam aaj bhule se kahitum bhi aa jate yahi tum bhi…