” फिल्म ‘कटी पतंग’ आज ही के दिन रिलीज़ हुई थी”
जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 'सपनों के देवता क्या, तुझको करूँ मैं अर्पणपतझड़ की मैं हूँ छाया, मैं आँसुओं का दर्पणयही मेरा रूप है यही मेरा रँग हैमेरी ज़िंदगी…
जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 'सपनों के देवता क्या, तुझको करूँ मैं अर्पणपतझड़ की मैं हूँ छाया, मैं आँसुओं का दर्पणयही मेरा रूप है यही मेरा रँग हैमेरी ज़िंदगी…
By Jagmohan Singh Barhok The year 1963 saw the release of many hits like-Mere mehboob,Taj Mahal, Gumrah, Dil Ek Mandir, Tere Ghar Ke Saamne, Shikari, Mujhe Jeene Do, Gehra Daag,…
By Jagmohan Singh Barhok ओ हसीना ज़ुल्फ़ों वाली जान-ए-जहांढूँढती हैं काफ़िर आँखें किसका निशांमहफ़िल महफ़िल ऐ शमा फिरती हो कहाँवो अन्जाना ढूँढती हूँवो दीवाना ढूँढती हूँजलाकर जो छिप गया हैवो…