“Musical Maestro-Hansraj Behl”
By Jagmohan Singh Barhok 'लाइयाँ ते तोड़ निभावीं छड्ड के ना जावींमाही शाहूकारा वे कुड़ी आं गरीबां दीतेरे हथ डोर चन्ना मेरे नसीबां दीलाइयाँ ते तोड़ निभावीं छड्ड के ना…
By Jagmohan Singh Barhok 'लाइयाँ ते तोड़ निभावीं छड्ड के ना जावींमाही शाहूकारा वे कुड़ी आं गरीबां दीतेरे हथ डोर चन्ना मेरे नसीबां दीलाइयाँ ते तोड़ निभावीं छड्ड के ना…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary यहीं पर वफ़ा का, नया रंग भर के बनाई थी चाहत की, तसवीर तुमने यहीं की बहारों से, फूलों को चुन कर…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary सर पे टोपी लालहाथ में रेशम का रूमालहो तेरा क्या कहना गोरे गोरे गालगाल पे उलझे उलझे बालहो तेरा क्या कहनाTumsa Nahin…