“Kishore Kumar-A Name Synonymous With Rhythm & Ebullience”
By Jagmohan Singh Barhok मेरे महबूब क़यामत होगीआज रुसवा तेरी गलियों में मुहब्बत होगीतेरी गली मैं आता सनमनग़मे वफ़ा के गाता सनमतुझ से सुना ना जाता सनमअब आ पहुंचा आया…
By Jagmohan Singh Barhok मेरे महबूब क़यामत होगीआज रुसवा तेरी गलियों में मुहब्बत होगीतेरी गली मैं आता सनमनग़मे वफ़ा के गाता सनमतुझ से सुना ना जाता सनमअब आ पहुंचा आया…
By Jagmohan Singh Barhok मोहब्बत आज क्यों मचलने लगीशमा जैसे महफ़िल में जलने लगीछुरी मान लो दिल पे चलने लगीकोई दिल की हसरत निकलने लगीबदलने लगा रंग हालात काके है…
By Jagmohan Singh Barhok On His Birth Anniversary बागों में फूलों के खिलने से पहलेतेरे मेरे नैनों के मिलने से पहलेकहाँ की ये बातेंमुलाकातेंऐसी रातेंटूटा तारा था ये मन मेराबन…