“दिलफेरब हुस्न की मलिका एवं मोहक अदाकारा मधुबाला “
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से आज पुण्यतिथि पर 'मेरे परदेसिया की यही है निशानीअँखियां बिलौर की शीशे की जवानीठण्डी ठण्डी आहों का सलाम दे गयाजाते जाते मीठा मीठा ग़म…
-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से आज पुण्यतिथि पर 'मेरे परदेसिया की यही है निशानीअँखियां बिलौर की शीशे की जवानीठण्डी ठण्डी आहों का सलाम दे गयाजाते जाते मीठा मीठा ग़म…
By Jagmohan Singh Barhok Remembered On Her Birth Anniversary "इस रंग में कोई जी ले अगरमरने का उसे ग़म क्या होगाजब रात है ऐसी मतवालीजब रात है ऐसी मतवालीफिर सुबह…
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…