“2000 के नोट पर मची हाय तौबा -विचारणीय विषय “

-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से 1947 में 5000 और 10000 रूपये का नोट चलन में था। कोई परेशानी नहीं थी क्योंकि ब्रिटिश राज्य में भ्रष्टाचार नहीं था जो अब…

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