“Kishore Kumar-A Name Synonymous With Rhythm & Ebullience”
By Jagmohan Singh Barhok मेरे महबूब क़यामत होगीआज रुसवा तेरी गलियों में मुहब्बत होगीतेरी गली मैं आता सनमनग़मे वफ़ा के गाता सनमतुझ से सुना ना जाता सनमअब आ पहुंचा आया…
By Jagmohan Singh Barhok मेरे महबूब क़यामत होगीआज रुसवा तेरी गलियों में मुहब्बत होगीतेरी गली मैं आता सनमनग़मे वफ़ा के गाता सनमतुझ से सुना ना जाता सनमअब आ पहुंचा आया…
By Jagmohan Singh Barhok On His 108th Birth Anniversary ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसींबिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहींक्या मज़ा आता सनम, आज भूलेसे कहींतुम भी…
By Jagmohan Singh Barhok मैं हो गयी किसी की कोई मेरा हो गया तेरा जलवा जिसने देखा वो तेरा हो गया मैं हो गयी किसी की कोई मेरा हो गया…