-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से
पंजाब के मोहाली में 17 वर्षीय युवक दमन की हत्या का मामला तूल पकड़ता चला जा है। 15 नवंबर को लोकल नेता और पुलिस अधिकारी मृतक के परिवार से मिले हैं और उन्हें एयरपोर्ट रोड खाली करने को कहा है लेकिन वो नहीं माने संभवता परिवार वाले सब काम पक्का चाहते हैं इसीलिए धरने से हट नहीं रहे.

पंजाब में लाखों की तादाद में प्रवासी मज़दूर आराम से जीवन बसर कर रहें हैं उनके लिए ‘पंजाब’ कनाडा से कम नहीं है क्योंकि यहां उन्हें हर सुविधा हासिल है। हमारी सोसाइटी में 25 -30 महिलाएं और पुरुष उत्तर प्रदेश, बिहार,मध्य प्रदेश से आकर पिछले 20 वर्षो से कार्यरत हैं किसी को कभी दिक्कत हुई हमारे घर एक लड़की मेड के रूप में काम करती थी। कुछ वर्ष बाद उसकी दोनों छोटी बहनें आ गयी। उसने उन्हें हमारे यहाँ काम पर लगा दिया क्योंकि उसे पता था की दूसरी जगह उन्हें दिक्कत आयेगी। हमने दो जगह उन्हें काम दे दिया। कुछ समय बाद एक लड़की किसी घर में एक छोटे बच्चे को सँभालने लगी. उसे 7000 रुपये महीना मिलने लगे । दूसरी बहिन हमारे यहाँ काम करती रही।फिर भाई आ गया। 2021 में उनकी माँ गांव से आ गयी .उसे कुछ जानकारी नहीं थी न ही भाषा समझती थी. पर हमारे यहाँ वह भी ‘एडजस्ट’ हो गयी। अब दोनों छोटी लड़कियों की शादी है। लोगों ने ढेरों गिफ्ट्स दिए हैं। आप अंदाजा नहीं लगा सकते -सोफे अलमारी, बेड, ट्रंक, कुकर , बर्तन शगुन आदि। यही वजह है कि प्रवासी वर्षों से यहाँ जमे हुए हैं। त्योहारों पर भी उन्हें गिफ्ट मिलते है -मसलन स्वीट्स , ड्राई फ्रूट , फल आदि. ऐसा अन्यत्र कहीं संभव नहीं। लेकिन इनके बीच कुछ अपराधी तत्त्व भी शामिल हो गए हैं जिस से स्थिति विस्फ़ोटक हो गयी है।
मोहाली के एसएसपी दीपक पारीक ने कल बताया था कि पुलिस की टीमें दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही हैं उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जायेगा’। मृतक दमन के पिता बलविंदर सिंह सब्जी विक्रेता हैं, जबकि दिलप्रीत की हालत चंडीगढ़ के सेक्टर 32 स्थित जीएमसीएच में चिंताजनक बनी हुई है।
