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“विश्व मधुमेह दिवस- 14 नवंबर “

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-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से

14 नवंबर हर साल विश्व मधुमेह दिवस के रूप में मनाया आता है । मधुमेह या शुगर के मरीज़ हिंद्स्तान में सर्वाधिक हैं इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए समय समय पर सेमिनार भी किये आते हैं लेकिन समस्या दिन-प्रतिदिन भयावय रूप धारण करती चली जा रही है। सबसे अधिक रोगी चीन , भारत एवं अमेरिका में हैं. पाकिस्तान भी इस दौड़ में पीछे नहीं है भारतीय शहरों में 16% और गाँवों में 8.8% लोग मधुमेह के पीड़ित हैं। चंडीगढ़ में हर 10 में से 1 व्यक्ति या तो मधुमेह का शिकार है या या प्री डायबिटिक है। कल आबादी का 11. 5 % मधुमय से प्रभावित बताय जाता है

एक अनुमान के अनुसार 2040 तक 30 करोड़ महिलाओं के मधुमेह का शिकार होने की संभावना है। मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जब रक्त में शर्करा का स्तर वांछित स्तर से अधिक हो जाता है। इसके कई कारण हैं जैसे- देर से सोना, अधिक जंक फूड खाना, लंबे समय तक लगातार बैठे रहना और शारीरिक व्यायाम की कमी। जब शरीर द्वारा चीनी का सही तरीके से सेवन नहीं किया जाता है तो व्यक्ति को मधुमेह रोग हो जाता है इंसुलिन का नहीं बनना या पर्याप्त रूप से नहीं होना मूल कारण हैं । मैं आम लोगों को समझने के लिए सबसे संक्षिप्त पोस्ट लिख रहा हूँ।

30 मिनट तेज चलना, 20-30 मिनट का व्यायाम और आलू, चावल, आम और पेय पदार्थों जैसे खाद्य पदार्थों का कम सेवन मदद कर सकता है। आलू के चिप्स ,पोया खाने से बचना चाहिये। आहार और शारीरिक व्यायाम मधुमेह को नियंत्रित करने या जाँचने के लिए सबसे अच्छे संभावित निवारक उपाय हैं। चालीस मिनट तक तेज और लगातार चलना मधुमेह को रोकने में बहुत मदद कर सकता है क्योंकि यह इंसुलिन को संवेदनशील बनाने और ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है।

अगर आपका शुगर लेवल 100/150 है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप बीमारी से मुक्त हैं। आपको HBA1C टेस्ट करवाना चाहिए। ग्लाइकोसिलेटेड HB टेस्ट औसत ग्लूकोज स्थिति दिखाता है। यह आपके शुगर लेवल को जानने का सबसे अच्छा तरीका है। अगर परिणाम 5.6 से कम है तो यह ठीक है। अगर यह 5.7 से 6.4 के बीच है तो यह एक चेतावनी संकेत है। 6.5 से अधिक मधुमेह होने का पहला चरण है। यह परीक्षण शरीर में औसत ग्लूकोज दिखाता है ताकि आप अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित कर सकें। आँख के ऑपरेशन के लिए डॉक्टर सुनिश्चित करते हैं कि यह 150/7 से अधिक न हो। बाकी डॉक्टर से डॉक्टर और मरीज से मरीज पर निर्भर करता है।

फ्रेडरिक बैंटिंग (कनाडा) वह वैज्ञानिक थे जिन्होंने रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और मधुमेह को रोकने के लिए इंसुलिन की खोज की थी। उन्हें और जॉन जेम्स रिचर्ड मैकलियोड (स्कॉटलैंड) को 1923 में इंसुलिन की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। चार्ल्स हर्बर्ट बेस्ट ने बैंटिंग के सहायक के रूप में काम किया, जिन्होंने अपनी पुरस्कार राशि का आधा हिस्सा बेस्ट के साथ साझा किया। 14 वर्षीय लियोनार्ड थॉम्पसन 11 जनवरी 1922 को मधुमेह के उपचार के रूप में इंसुलिन इंजेक्शन लेने वाले पहले व्यक्ति थे।

सरकार और विभिन्न एजेंसियों को इस समस्या के प्रति सजग और चिंतित होना चाहिए और लोगों को जोखिम को रोकने या देरी करने के लिए शिक्षित करने में मदद करनी चाहिए। अनुमान के अनुसार भारत में 11 करोड़ मधुमेह और 14 करोड़ प्रीडायबिटीज के मरीज़ हैं.18 वर्ष से अधिक आयु वाले लगभग 8 करोड़ इस रोग की चपेट में आ चके हैं। केरल ,चंडीगढ़ ,दिल्ली, तमिल नाडू ,सिक्किम,बंगाल टॉप पर बताये जाते हैं उसके बाद पंजाब का नंबर आता है। सक्रिय रहें और लंबी उम्र जिएँ। सभी को शुभकामनाएँ।

Jagmohan Singh Barhok

Leading Film , Fashion ,Sports & Crime Journalist Up North. Active Since 1971.Retired Bank Officer. Contributed more than 7000 articles worldwide in English, Hindi & Punjabi languages on various topics of interesting & informative nature including people, places, cultures, religions & monuments. Ardent Music lover.

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