-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से
टीवी पर आज एक आदमी कह रहा था कि उसने यूट्यूब से कमा कर 17 करोड़ का घर लिया है . कई बार सुनकर हैरानी होती है। सोशल मीडिया पर वही कमा रहे हैं जिन के पास कुछ जानकारी नहीं थी. छोले भटूरे, चावल – कड़ी, बर्गर, मोमो, मिठाई, गोलगप्पे, नॉन वेज बेचना या दिखाना वगैरह वगैरह। अधिकतर छोटी- बढ़ी मॉडल्स एवं ‘सी ग्रेड’ एक्ट्रेस भी सेक्स का सहारा लेकर कमाई कर रही हैं। ‘सोशल मीडिया’ पर धड़ाधड़ ‘नंगेज़ प्रधान रील्स’ पोस्ट की जा रही हैं। देखा- देखी में कई नामी मॉडल्स व अभिनेत्रियां भी ऐसा ही कर रही हैं। मुनाफा मोटा है इसीलिये सभी को यह काम पसंद आ रहा है जब कि पढ़े लिखे , लर्नड घर बैठे देख देख कर हैरान हो रहे है कि हो क्या रहा है और दुनियां जा किधर रही है। बहती गंगा में हाथ धोने की लिए कई लोग तैयार हैं और हाथ आज़मा भी रहे हैं. पैसा किसे नहीं सुहाता ?
कुछ समय पूर्व हरियाणा में सफाई कर्मचारियों की जॉब के लिए लोगों ने आवेदन किये थे। पता चला कि जितनी कुल पोस्ट्स थी उससे दोगुने लोग पोस्ट ग्रेजुएट पीएचडी या बी.टेक थे. अब सफाई कर्मचारी असिस्टेंट मैनेजर, मैनेजर, असिस्टेंट जनरल मैनेजर या जनरल मैनेजर तो होते नहीं। आवेदन रद्द कर दिए गये। कुछ साल पहले उत्तर प्रदेश में भी ऐसा ही हुआ था वहां 24 लाख लोगों ने आवदेन किया था जिन में से 70 हज़ार अधिक पढ़े लिखे थे. ‘पोस्ट्स’ तो नहीं भरी गयी अलबत्ता सम्बंधित विभाग ने आवेदन राशि के रूप में ज़रूर करोड़ों बना लिये। सोशल मीडिया और अन्य जगह काम करने वाले भी मोटी रकमें कमा रहे हैं।
