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“फिल्म ‘इमरजेंसी’ विवादों में “

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-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से

कंगना रणौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर विरोध के चलते रोक लगा दी गई थी अब सेंसर बोर्ड ने फिल्म पारित कर दी है लेकिन फिल्म की रिलीज पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. फिल्म चुनाव के बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्णय और इमर्जेंसी घोषित किये जाने पर आधारित है। इमर्जेंसी के दौरन कुछ चीज़ों में सुधार हुआ था लेकिन कुछ चीज़ों पर आपत्ति उठायी गयी – मसलन जबरन नसबंदी की घटनाएँ जिनका घोर विरोध हुआ और विपक्ष ने मामले को तूल देकर इसकी खिलाफ आवाज़ बुलंद की । इमरजेंसी के बाद कांग्रेस चुनाव हार गई और 1977 में जनता पार्टी की मिली जुली सरकार का गठबंधन हुआ.

मणिकर्णिका फिल्म्स के बैनर तले बानी फिल्म इमरजेंसी 6 सितम्बर को रिलीज़ होनी थी लेकिन फिल्म विरोध के चलते रोक दी गयी गयी अब स्थिति कुछ साफ़ हुई है। फिल्म में कंगना ने इंदिरा गाँधी का किरदार निभाया है अनुपम खेर मिलिंद सोमन , सतीश कौशिक और महिमा चौधरी भी फिल्म में हैं। मुझे इन सभी से मिलने का मौका मिला है. उस वक़्त ये लोग मशहूर नहीं थे.

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी इस फिल्म का विरोध किया है फिल्म के ट्रेलर में एक किरदार को यह कहते हुए दिखाया गया है कि ‘आपको वोट चाहिए हमें खालिस्तान’. भिंडराँवाले ने कभी इसकी मांग नहीं की थी वह एक संत थे जिन्हें पदासीन किया गया था. तत्कालीन कांग्रेस सर्कार ने उन्हें अकाली दल के विरोध में खड़ा किया था। पंजाब से दिल्ली तक भिंडरावाले ने जुलूस भी निकाला था उस वक़्त केंद्र में कांग्रेस की सर्कार थी उनका स्वागत हुआ था. कहीं समस्या नहीं थी लेकिन बाद में स्थिति और समीकरण बदल गए। भिंडरांवाला एक ताकत बन कर उभरा ऑपरेशन ब्लू स्टार और इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद सिख दंगे हुए जिनमें हज़ारों सिख मार डाले गए। अगले चुनाव में कांग्रेस भारी बहुमत से विजयी हुई लेकिन 1989 में सिखों ने बाज़ी पलट दी और बीजेपी 2 से 85 सीट तक पहुँच गयी. बीजेपी के सीटें उसके बाद कभी भी 85 से कम नहीं हुई।

यहाँ उल्लेखनीय है कि देश के बटवारे के बाद पंजाब दो हिस्सों में बंट गया- पाकिस्तान के रूप में एक नए देश का उदय हुआ। पंजाब में से फिर दो हिन्दू राज्य हरियाणा और हिमाचल प्रदेश बनाये गये। पंजाब वासियों ने कभी कोई आपत्ति नहीं उठाई। फिल्म इमरजेंसी में क्या हक़ीक़त बयाँ की गयी है यह तो देखने के बाद ही स्पष्ट होगा। हो सकता है फिल्म ‘सफल’ हो जाये क्योंकि हर तबका एक बार देखने की कोशिश ज़रूर करेगा। इससे पूर्व कंगना की रिलीज़ फिल्में – Thalaivii, Dhaakd, Tejas और Tiku Weds Sheru बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुहँ गिरी हैं फिल्म Panga (2020) भी कोई फ़िल्म कमाल नहीं दिखा सकी. कंगना इस समय ‘मंडी’ सीट से मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट है। इस फिल्म की कामयाबी पर उसका सारा फ़िल्मी करियर टिका है।

Jagmohan Singh Barhok

Leading Film , Fashion ,Sports & Crime Journalist Up North. Active Since 1971.Retired Bank Officer. Contributed more than 7000 articles worldwide in English, Hindi & Punjabi languages on various topics of interesting & informative nature including people, places, cultures, religions & monuments. Ardent Music lover.

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