-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से
इमरान हाशमी हिंदी फिल्मों में काम करने वाले कलाकार हैं जिन्हें फिल्मों में चुम्बन दृश्यों के लिए याद किया जाता है। फिल्म ‘मर्डर’ और ‘डर्टी स्टोरी’ इसकी मिसाल हैं. हाश्मी के दादा शौकत हाश्मी पाकिस्तान चले गए थे और दादी पूर्णिमा ( मेहरबानो ) भारत में रह गयी थी। उन्होंने ‘जोगन’ (1950), ‘जाल’ (1952), ‘औरत ‘(1953), ‘ज़ंजीर’ (1973), ‘गंगा की सौगंध’ (1978),’कालिया’ (1981) और ‘धर्म काँटा’ (1982 ) आदि कई चर्चित हिंदी फिल्मों में काम किया और दूसरी शादी भगवान दास मेहरा से की।

पूर्णिमा निर्देशक महेश भट्ट की माँ शीरीं की बहिन हैं इस दृष्टि से इमरान का भट्ट परिवार से नाता है और शौकत हाश्मी और मेहरा उसके दादा लगते हैं।
फिल्म फुटपाथ (2003) से सफर शुरू करने वाले इमरान की अन्य फिल्में हैं मर्डर (2004), तुमसा नहीं देखा (2004), जहर (2005), आशिक बनाया आपने (2005) और गैंगस्टर (2006). हॉरर फिल्म ‘राज़’ (2009), सिल्क स्मिता पर आधारित फिल्म ‘द डर्टी पिक्चर’ (2011), और थ्रिलर ‘मर्डर 2’ (2011) उनकी कुछ चर्चित फिल्में हैं। बम्बई में पले और बड़े हुए इमरान ग्रेजुएट हैं .उनके पिता ने भी हिंदी इल्मों में काम किया.
