-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से
पिछले एक दशक के दौरान फिल्म उद्योग में कई शिक्षित, आधुनिक और बोल्ड जीवन शैली जीने वाली कई अभिनेत्रियों का उदय हुआ है। इनमें से अधिकतर अभिनेत्रियां सफलता हासिल करने के लिये स्क्रिप्ट की मांग और निर्माता- निर्देशक के इशारे पर पर किसी भी तरह की भूमिका को निभाने के लिए पहले से ही मानसिक रूप से तैय्यार होकर करके आयी हैं हैं।यह लेख भी ऐसी ही एक बिंदास और दिलफ़रेब हुस्न की मलिका श्रद्धा दास से सम्बंधित है जो अपनी शारीरिक सुंदरता ,आकर्षक मुस्कान और बोल्ड किरदारों के लिए जानी जाती है।

5 फीट 7 इंच लंबी 34-30-36 जिस्म की मलिका अभिनेत्री श्रद्धा दास ने 2008 में तेलुगु फिल्म “सिद्दू फ्रॉम सिकाकुलम” से फ़िल्मी सफर शुरू करते हुए हिंदी, मलयालम, तेलुगु और कन्नड़ विभिन्न भाषाओं में फिल्में की और लोकप्रियता बटोरी। बतौर मॉडल श्रद्धा ने अपनी अल्ट्रा-आधुनिक छवि को भी बरकरार रखा और सोशल मीडिया पर अपने बोल्ड शूट से चाहने वालों को मंत्रमुग्ध किया।
सुनील और सपना दास की संतान श्रद्धा दास ग्रेजुएट है। “मास मीडिया” और “पत्रकारिता” में भी उसने डिग्री हासिल की है। मॉडल के रूप में कई मशहूर प्रोडक्ट्स के लिए उसने विज्ञापन किये हैं जिनमें “मैकडॉवेल” और “एरिस्टोक्रेट” जैसे लोकप्रिय ब्रांड शामिल हैं। फिल्मों में प्रवेश करने से पहले वह थिएटर से भी जुड़ी रही है।

श्रद्धा दास ने फिल्म फ़ारूक़ शेख नफीसा अली अभिनीत “लाहौर” से बॉलीवुड में पदार्पण किया था जिसे आलोचकों और दर्शकों द्वारा पसंद किया गया था। इसके बाद इमरान हाशमी, अजय देवगन, श्रुति हासन, टिस्का चोपड़ा और आदित्य राज कपूरअभिनीत “दिल तो बच्चा है जी” में वह दिखाई दी थी. हिंदी फिल्मों के साथ साथ उसने क्षेत्रीय फिमों में भी काम जारी रखा. “डायरी”, “अधिनेता”, और “आर्या 2” (2009) उसकी पिछली तेलुगु रिलीज़ हैं। “ड्रैकुला 2012” (2013 ) उसकी मलयालम डेब्यू रिलीज़ थी .बंगाली फिल्म ‘द रॉयल बंगाल टाइगर’ में भी उसने काम किया था। उसकी अन्य हिंदी फिल्मों में “लकी कबूतर” और “जिद” (2014) “सनम तेरी कसम” (2016 ) और नवाजुद्दीन सिद्दीकी अभिनीत थ्रिलर “बाबूमोशाय बंदूकबाज़” (2017) शामिल हैं । आगामी रिलीज फिल्मों में “अर्रधाम” चर्चित है।
