You are currently viewing “शादी की सालगिरह के मौके पर”

“शादी की सालगिरह के मौके पर”

Spread the love

-जगमोहन सिंह बरहोक की कलम से

46 वीं वर्षगाँठ

मैं बचपन में अपने पिताजी के साथ अक्सर फिल्म का नाईट शो देखने जाया करता था. मेरे पिताजी ज्यादातर बैंक में ही व्यस्त रहते थे। महीने में एक या दो बार जब वह रात के 9.30 बजे तक घर पहुँचते तो हम लोग जल्दी जल्दी खाना खाकर सिनेमा हाल की तरफ का रुख करते। फिल्म हमेशां शुरू हो चुकी होती थी. बैजू- बावरा, शबाब ,झनक जहाँक पायल बाजे और टार्ज़न दि ऐप मैन फिल्में मैंने 4 वर्ष की आयु में देखी और मुझे अभी तक सभी फिल्मों के दृश्य और गाने याद हैं कुछ फ़िल्में मैंने 5 से 7 वर्ष की उम्र में देखीं। रविवार को भी पिताजी बैंक जाते थे लेकिन अंग्रेजी फिल्म का मॉर्निंग शो देखने के बाद।

बचपन में मुझे क्रिकेट के अतिरक्त ,टिकट संग्रह ,सिक्के इकट्ठे करने और क्रिकेट की कमेंट्रेटरी करने का शौक था। उस वक़्त माँ बाप बच्चों को कहते थे। ” पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब.खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब”। मेरे 1 -2 सम्बन्धियों के बच्चे पढ़ने में कमज़ोर थे लेकिन हॉकी में उनकी रूचि थी लेकिन माता पिता ने उन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया फलतः वोह न खेल सके और न कुछ बन सके आज भी स्ट्रगल कर रह हैं।

17-18 वर्ष की उम्र के बाद मेरी रूचि लेखन में बढ़ गयी जो आज तक कायम है. बैंक से मैंने फॉर्मल पर्मिशन ले ली थी।लेखन के अतिरिक्त मेरी रूची गीत संगीत में थी जिसे आगे चल कर सर्वोच्च प्राथमिकता मिली। शादी की 46 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर मैं चार गीतों का उल्लेख करना चाहूंगा जो की मेरी टॉप लिस्ट में शुमार हैं। पहला गीत दिल ही तो है फिल्म का है चुरा ले न तुमको ये मौसम सुहाना खुली वादियों में अकेली न जाना।इस गीत को गाया है सुमन कल्याणपुर और मुकेश ने- दूसरा गीत रफ़ी साहेब की आवज़ में देव आनंद की फिल्म असली नक़ली का है “छेड़ा मेरे दिल ने तराना तेरे प्यार का” , तीसरा “गुमसुम सा है जहाँ ये रात ये हवा इक साथ आज दो दिल धड़केंगे दिलरुबा” फिल्म दुनियां झुकती है जिसे आवाज़ दी है हेमंत कुमार और गीता दत्त ने और चौथा गीत फिल्म छाया का है – तलत महमूद की आवाज़ में “आंसू समझ के क्यूँ मुझे आँख से तुमने गिरा दिया मोती किसी के प्यार का मिटटी में क्यूँ मिला दिया”.अंतिम दोनों फिल्मों में सुनील दत्त नायक थे और गीत लिखे थे राजेंद्र कृष्ण ने।

यूट्यूब पर मैंने अपने सभी चुनिन्दा गीतों क बारे में कमेंट लिखें हैं. पहला कमेंट दिसंबर 2019 में लिखा था. अभी तक कोई इन्हें चुनौती नहीं दे पाया।सारे कमेंट पहले स्थान पर काबिज़ हैं.मैंने तो यूं ही कमेंट लिखे थे। एक गीत ” चुरा ले न तुमको ” के बारे में लिखे मेरे दोनों कमेंट अभी भी पहले स्थान पर हैं मेरा आगमन यूट्यूब और फेसबुक पर कोविड के बाद नवंबर -दिसंबर 2019 में हुआ था.मेरे बड़े बेटे ने मुझे कहा था की आप खाली बैठे रहते हो समय पास हो जायेगा।

Jagmohan Singh Barhok

Leading Film , Fashion ,Sports & Crime Journalist Up North. Active Since 1971.Retired Bank Officer. Contributed more than 7000 articles worldwide in English, Hindi & Punjabi languages on various topics of interesting & informative nature including people, places, cultures, religions & monuments. Ardent Music lover.

Leave a Reply